Rishi kapoor death ……..अब नही रहे बॉलीवुड फिल्म अभिनेता ऋषि कपूर
बॉलीवुड के लिए 2020 अप्रैल का महीना बहोत बुरी सौगात लेकर आया।
इस वर्ष अप्रैल महीने के आखरी दिनों में बॉलीवुड के दो दिग्गज अभिनेता इस दुनिया से हमेशा के लिए रुख़सत हो गए।
29 अप्रैल को अभिनेता इरफान खान ने जहा इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया था। वही इसी महीने के आखरी दिन याने 30 अप्रैल को 67 वर्ष की उम्र में एक और दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर जी ने भी इस दुनिया को हमेशा हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। ऋषि कपूर जी ने 4 सितंबर 1952 को शोमैन कहे जानेवाले अभिनेता और निर्देशक राजकपूर के पुत्र और अपने समय के महान अभिनेता पृथ्विराज कपूर के पोते के रूप में जन्म लिया। अभिनय की कला भले ही ऋषि जी को विरासत में मिली, लेकिन अपने अभिनय की काबिलियत से उन्होंने बॉलीवुड मे अपना एक अलग मुकाम बनाया था। ऋषि जी ही एकलौते ऐसे कलाकार है जिन्होंने सबसे ज्यादा फिल्मो में मुख्य अभिनेता के तौर पे रोमांटिक किरदार निभाए है। मुख्य अभिनेता के तौर पे उन्होंने फिल्म बॉबी से अपने करियर की शुरुवात की थी, जो उस वक़्त की जबरदस्त सुपर हिट फील्म साबित हुई थी। और इसी फिल्म के लिए उन्हें उस साल का सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला था। हालांकि उससे पहले फ़िल्म मेरा नाम जोकर में उन्होंने चाइल्ड आर्टिस्ट की भूमिका भी निभाई जिसके लिए उन्हें नेशनल अवार्ड भी मिला था।
ऋषि जी ने अपने वक़्त केअधिकतर सभी कलाकारों के साथ काम किया। अमिताभ बच्चन जी के साथ उनकी कई फिल्में सुपरहिट रही। जिनमे प्रमुखता से नसीब, कुली, अमर अकबर अन्थोनी, कभी कभी जैसी फिल्मे थी। ऋषि जी ने बॉबी फ़िल्म में निभाये मासूम राजू के किरदार से लेकर अग्निपथ के रौफ लाला जैसा खलनायक और मुल्क फ़िल्म के संजीदा किरदार मुराद अली मोहम्मद जैसे अनेको भिन्न भिन्न बेहतरीन किरदार अपनी फिल्मो में निभाए। उन्होंने अपनी हर फिल्म में अभिनय की एक अलग छाप छोड़ी है। अभिनय के साथ साथ उन्होंने अक्षय खन्ना और ऐश्वर्या राय अभिनीत फिल्म “आ अब लौट चले ” डायरेक्ट(निर्देशित) भी की थी।
2008 में ऋषि कपूर को filmfare lifetime achievement award से भी नवाजा गया। ऋषि जी ने सन: 1980 में ही अपनी co star नीतू सिंग से शादी कर ली थी। ऋषि जी और नीतूजी के दो संताने हुई रिद्धिमा और रणवीर कपूर, रणवीर कपूर भी एक मशहूर फिल्म अभिनेता है।
कहा जाता है की ऋषि कपूर अपने आप मे हमेशा एक ज़िंदादिल इंसान रहे है। जब वो कैंसर की बीमारी से लड़ रहे थे और इसके इलाज़ के लिए अमेरिका गए थे। उस वक़्त उनसे मिलने आने वाले सारे लोगो का एक ही कहना था कि उनसे मिलने के बाद कभी भी ऐसा कही महसूस ही नही हुआ कि ऋषि कपूर को कैंसर जैसी बड़ी बीमारी ने घेर रखा है। वो हमेशा जिंदादिली और खुशमिजाजी से ही सबका स्वागत करते थे। 2018 से करीब एक साल तक अमेरिका में इलाज के बाद 2019 में वो इंडिया लौट आये थे। लेकिन यहाँ भी उन्हें बिच बिच में चेकअप के लिए अस्पताल जाना पड़ता था।
ऋषि कपूर के बड़े भाई रणधीर कपूर ने बुधवार को कहा था ”वह अस्पताल में हैं और कैंसर से जूझ रहे हैं उन्हें सांस लेने में दिक्क़त हो रही थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया इससे पहले फ़रवरी महीने में भी ऋषि कपूर को दो बार अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका था।आख़िरकार इस बीमारी से लड़ते हुए ऋषि जी ने मुम्बई के एच एन रिलायन्स हॉस्पिटल में अपने प्राण त्याग दिए।और ३० अप्रैल 2020 को दुनिया ने फिर से एक बेहतरीन इंसान और अभिनेता खो दिया।ऋषि जी के निधन की खबर सबसे पहले अमिताभ बच्चन जी ने अपने ट्विटर हैंडल से साझा की “वो चला गया. ऋषि कपूर नहीं रहे. वो गुजर गए. मैं टूट गया हूँ ” कपूर परिवार की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया- ”हमारे प्यारे ऋषि कपूर का ल्यूकेमिया से दो साल से जारी जंग के बाद आज सुबह 8:45 बजे अस्पताल में निधन हो गया।
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